Friday, January 8, 2010

हजरत सायेद शाह शमीम उद्दीन अहमद मूनामी ने बदायूं मैं कहा शरियत पर चल कर ही हम कामयाब हो सकते हैं डाक्टर मूनामी ने कहा आज हमारी पेरशानी का कारन है की हम ने अप ने बुज़ुर्ग को छोड़ते जा रही हैं / धर्म पर चलना सर्वपरी है / धर्म शांती तथा सही मार्ग देता है /